Mithila Panchang Ke Anusar 2024 Me Janeoo Kab Hai: हिंदू धर्म में जनेऊ संस्कार का विशेष महत्व है। इसे 24 संस्कारों में से एक माना जाता है। जनेऊ संस्कार 10 साल से कम उम्र के बच्चे का किया जाता है। मिथिला में इसे उपनयन कहते है।
Janeu Sanskar: सनातन हिन्दू धर्म के 16 संस्कारों में से एक ‘उपनयन संस्कार’ के अंतर्गत ही जनेऊ पहनी जाती है जिसे ‘यज्ञोपवीत संस्कार’ भी कहते हैं। इस संस्कार में मुंडन और पवित्र जल में स्नान भी अहम होते हैं। तो आइए जानते हैं कि इस साल मैथिली पंचांग/मिथिला पंचांग के अनुसार 2024 में उपनयन (जनेऊ) का मुहूर्त (Mithila Panchang Upnayan Muhurat Date 2024) कब-कब है।
मिथिला पंचांग अथवा मैथिली पत्रा के अनुसार 2024 जेनेऊ (उपनयन संस्कार शुभ मुहूर्त) के शुभ मुहूर्त
- Upnayan Date 2024 Mithila Panchang
- Janeu Muhurat 2024 Mithila Panchang
मैथिली पंचांग के अनुसार मई और जून 2024 मे उपनयन के लिए शुभ दिन नहीं है।
महीना | तिथि | दिन |
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जनवरी | 21 | रविवार |
फरवरी | 19 | सोमवार |
फरवरी | 20 | मंगलवार |
फरवरी | 21 | बुधवार |
मार्च | 20 | बुधवार |
मार्च | 21 | गुरुवार |
अप्रैल | 18 | गुरुवार |
अप्रैल | 19 | शुक्रवार |
जुलाई | 08 | सोमवार |
जुलाई | 10 | बुधवार |
जनेऊ क्या है : जनेऊ को संस्कृत भाषा में ‘यज्ञोपवीत’ कहा जाता है। यह तीन धागों वाला सूत से बना पवित्र धागा होता है, जिसे व्यक्ति बाएं कंधे के ऊपर तथा दाईं भुजा के नीचे पहनता है। अर्थात् इसे गले में इस तरह डाला जाता है कि वह बाएं कंधे के ऊपर रहे।
उपनयन अथवा जनेऊ का मंत्र:
यज्ञोपवीतं परमं पवित्रं प्रजापतेर्यत्सहजं पुरस्तात्।
आयुधग्रं प्रतिमुञ्च शुभ्रं यज्ञोपवीतं बलमस्तु तेजः।।