Maithili Bhagwati Geet Jai Jai Bhairavi
जय जय भैरवि असुर भयाउनि
पशुपति भामिनि माया ।
सहज सुमति बर दिय हे गोसाउनि
अनुगति गति तुअ पाया ।।
जय जय भैरवि असुर भयाउनि…
बासर रैनि सवासन शोभित
बासर रैनि सवासन शोभित
चरण चन्द्रमणि चूडा ।
कतओक दैत्य मारि मुँह मेललि
कतओ उगिलि करु कूडा ।।
जय जय भैरवि असुर भयाउनि…
सामर वरण नयन अनुरंजित
AA..AA..AA..
सामर वरण नयन अनुरंजित
जलद जोग फुलकोका ।
कट–कट विकट ओठ पुट पाँडरि
लिधुर फेल उठ फोका ।।
जय जय भैरवि असुर भयाउनि…
घन–घन–घनन घुघुरु कत बाजए
घन–घन–घनन घुघुरु कत बाजए
हन–हन कर तुअ काता ।
विद्यापति कवि तुअ पद सेवक
पुत्र विसरु जनु माता ।।
जय जय भैरवि असुर भयाउनि
पशुपति भामिनि माया ।
सहज सुमति बर दिय हे गोसाउनि
अनुगति गति तुअ पाया ।।
जय जय भैरवि असुर भयाउनि…..
मैथिली भगवती गीत दिलीप दरभंगिया: रहब रुसल कतेक दिन भबानी जगत कल्याणी
Maithili Bhagwati Geet Lyrics Ujaral Ghar Maiya Poonam Mishra
उजरल घर मैया मै अहाँबसाबै छी – 2
हमरा किया मैया मै घर सं भगबै छी – 2
उजरल घर मैया मै अहाँबसाबै छी – 2
हमरा किया मैया मै घर सं भगाबै छी – 2
एकटा महल मैया मै हमहू बनोलियै,यै
सपना जेना जे सब रंगरं में सजोलियै,यै
एकटा महल मैया मै हमहू बनोलियै,यै
सपना जेना जे सब रंगरं में सजोलियै,यै
एक ज्ञान के रे दिप किया नै जराबै छी – 2
हमरा किया मैया मै घर सं भगाबै छी – 2
मानल कपूतपू हम छी त अहि के,
तेजबते अहिं माँनै रहब कही के,
मानल कपूतपू हम छी तऽ अहि के,
तेजबते अहिं माँनै रहब कही के,
आँचर आसीस मैया मै किया नै बरहाबै छी – 2
हमरा किया मैया मै घर सं भगाबै छी – 2
अहाँबरु छोरु माँहम नै छोरब हे,हे
पराने के राइत हेतइहे जो मुँहमुँ मोरब हे
अहाँबरु छोरु माँहम नै छोरब हे,हे
प्रणे की राइख हेतैहे तैजँमुँहमुँ मोरब हे
अंगूअं रगू पकैर किया लग नै बजाबै छी- 2
हमरा किया मैया मै घर सं भगाबै छी – 2
उजरल घर मैया मै अहाँबसाबै छी – 2
हमरा किया मैया मै घर सं भगाबै छी – 4