
Sundarkand Lyrics: सम्पूर्ण सुंदरकांड पाठ चौपाई दोहा सहित
Sundarkand Lyrics In Hindi: Sundarkand का पाठ हमें हर मंगलवार को करना चाहिए, ऐसा करने से हमारे जीवन में सभी दुख दूर हो जाते हैं और हमारी सभी समस्याओं का निवारण हो जाता है। तो आइए करते है सुन्दरकाण्ड का पाठ।श्री राम चरित मानस-पञ्चम सोपान सुन्दरकाण्ड॥श्लोक॥शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं।ब्रह्माशम्भुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम्॥रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं।वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूडामणिम्॥१॥नान्या स्पृहा रघुपते हृदयेऽस्मदीयेसत्यं वदामि च भवानखिलान्तरात्मा॥भक्तिं प्रयच्छ रघुपुंगव निर्भरां मे।कामादिदोषरहितं कुरु मानसं च॥२॥अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं।दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्॥सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं।रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥३॥॥चौपाई॥जामवंत के बचन सुहाए। सुनि हनुमंत हृदय अति भाए॥तब लगि मोहि परिखेहु तुम्ह भाई। सहि दुख कंद मूल फल ख...