
Durva Akshat Mantra: मिथिला मे दुर्वाक्षत मंत्र के महत्व आ अर्थ जानू
Durwakshat Mantra: मिथिला मे दुर्वाक्षत मंत्रक बहुत महत्व अछि। विवाह-उपनयन आदि शुभ काज मे त' बेर-बेर दूभि-अक्षत सं आशीष देबाक विधान अछि. जिनका दूर्वाक्षत मंत्र (Durvachat Mantra) अबैत छनि, इयाद छनि, एहन लोक समाज मे कम भेल जा रहल छथि। तखन आब इन्टरनेट पर उपलब्ध रहने जरूरति पर देखि क' पढ़ल जा सकैत अछि।दूर्वाक्षत मंत्र (Durvakshat Mantra)"ॐ आब्रह्मन ब्राह्मणों ब्रह्मवर्चसी जायतामाराष्ट्रे राजन्यः शूर इषव्यौsतिव्याधि महारथी जायताम दोघ्री धेनुर्वोढाsनड्वानाशुः सप्ति पुरन्ध्रिर्योषा जिष्णू रथेष्ठाः सभेयो युवाsस्ययजमानस्य वीरोजायाताम निकामे निकामे नः पर्जन्यो वर्षतु फलवत्यो न औषधयः पच्यन्ताम योगक्षेमोनः कल्पताम् मंत्रार्था: सिद्धयः सन्तु पूर्णाः सन्तु मनोरथाः। शत्रुणां बुद्धिनाशोsस्तु मित्राणामुदस्तव।"दूर्वाक्षत मंत्र (Durvakshat Mantra) अर्थहे भगवान! अपन देश मे ज्ञानक प्रकाश सं युक...