आयल हे सखि सर्व सोहाओन | मधुश्रावणी पाबनिक गीत
आयल हे सखि सर्व सोहाओन
साओन केर महिनमा
ठाँओं कयलहुँ अरिपन देलहुँ
लीखल नाग-नगिनियाँ
फूल लोढ़लहुँ पाती अनलहुँ
पूजूपू जूनाग-नगिनियाँ
लाबा भुजलभु हुँ दूधो अनलहुँ
खाथु नाग-नगिनियाँ
आयल हे अलि सर्वसो र्व हाओन
साओन केर महिनमा
मधुश्रावणी फूल लोढ़य के गीत
लालहि वन हम जायब, फूल लोढ़ब हे
माइ हे सिन्दुर भरल सोहाग
बलमु संगसं गौरी पूजबपू हे
पीयर वन हम जायब, फूल लोढ़ब हे
माइ हे सोनहि भरल सोहाग
बलमु संगसं गौरी पूजबपू हे
हरियर वन हम जायब, फूल लोढ़ब हे
माइ हे बेलप बे त्र भरल सोहाग
बलमु संगसं गौरी पूजबपू हे
कारी वन हम जायब,फूल लोढ़ब हे माइ
हे काजर भरल सोहाग
बलमु संगसं गौरी पूजबपू हे
उज्जर वन हम जायब, फूल लोढ़ब हे माइ
हे शांखशां हि भरल सोहाग
बलमु संगसं गौरी पूजबपू हे
पाँचो वन हम जायब, फूल लोढ़ब हे माइ
हे पाँचो भरल सोहाग
बलमु संगसं गौरी पूजबपू हे
मैथिली टेमी लोकगीत लिरिक्स – Maithili Temi Geet Lyrics
प्रिय रघुवर घु नयना कसिकऽ धरू
काँपनि सिया केर गात
श्रीखण्ड चानन घसिकऽ धरू
पानक पात लए आँखि मुना मु ओल
शुभशु घड़ी टेमी लेसिले कऽ धरू
ई अवसर नहि लाजक बेरबे थिक
अपन हाथ सक्कत करू
प्रिय पाहुन नयना कसिकऽ धरू
नहु-नुहनु धर सखि बाती
धरकय कोमल छाती
नहु-नहु पान पसारह
नहु-नहु दुहु दृगदृ झाँपह
मधुरधु-मधुरधु उठ दाहे
मधुरधु-मधुरधु अवगाहे
कुमर करह विधि आजे
मधुश्रा धु वणी भल काजे