MA Chidambaram Stadium Chennai Pitch Report In Hindi: अगर आप चेन्नई के एम ए चिदंबरम स्टेडियम की पिच के बारे में सर्च कर रहे है तो आप बिल्कुल सही पेज पर है।
आज हम आपको इस पोस्ट में तमिलनाडू के चेन्नई में स्थित एम ए चिदंबरम स्टेडियम की पिच रिपोर्ट (MA Chidambaram Stadium Chennai Pitch Report Today) के बारे में जानेंगे। लेकिन उससे पहले इस स्टेडियम के बारे में कुछ जरूरी चीजें जान लेते है।
MA Chidambaram Stadium, Chennai
चेन्नई के MA Chidambaram Stadium का नाम बीसीसीआई और तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एमए चिदंबरम के नाम पर रखा गया है। इस मैदान को पहले मद्रास क्रिकेट क्लब ग्राउंड के नाम से जाना जाता था।
इस ग्राउंड को 1916 में स्थापित किया गया था, जिसके कारण यह मैदान भारत का सबसे पुराना ग्राउंड माना जाता है। आपको बता दे की इस स्टेडियम को आमतौर पर चेपॉक (Chepauk Cricket Stadium Pitch Report in Hindi) के नाम से भी जाना जाता है।
Open | 1916 |
Capacity | 50,000 |
Known as | Chepauk; Madras Cricket Club Ground |
Ends | Anna Pavilion End, V Pattabhiraman Gate End |
Home to | Tamil Nadu, Chennai Super Kings |
Floodlights | Yes |
Boundary Length (Dimension) | offside 68.58 Meters and on side 68.58 Meters, front side 65.83 Meters and a back side 65.83 Meters |
Chepauk Cricket Stadium को साल 2008 से आईपीएल की टीम चेन्नई सुपर किंग्स का होम ग्राउंड कहा जाता है। इस मैदान पर पहला अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला साल 1934 में भारत और इंग्लैंड टेस्ट मैच के रूप में खेला गया था। इस मुकाबले में इंग्लैंड ने टीम इंडिया को 202 रनों से मात दी थी।
एम ए चिदंबरम स्टेडियम चेन्नई
इस मैदान की सबसे आकर्षक बात है यहाँ पर टीम को दर्शकों का समर्थन है। इस स्टेडियम में 50 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता है। इस मैदान पर आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स को दर्शकों का बहुत ही सपोर्ट मिलता है। हाल ही में यहां एक नया पवेलियन बनकर तैयार हुआ है, जिसका उद्घाटन एमएस धोनी की मौजूदगी में हुआ था। चलिए अब इस स्टेडियम की पिच के मिजाज और यहाँ पर खेले गए वनडे मैचों के रिकॉर्ड के बारे में आपको बताते हैं।
MA Chidambaram Stadium Pitch Report in Hindi
एमए चिदंबरम स्टेडियम के पिच पर तेज गेंदबाजों को मदद मिलती थी लेकिन अब चेन्नई की विकेट पहले के मुकाबले बहुत ही धीमी हो गयी है, जिसके चलते इस पिच पर स्पिनरों को विकेट से बहुत ही सहायता मिलती है।
इस मैदान पर टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला करना चाहिए। पहले बल्लेबाजी वाली टीम को चाहिए होगा कि 180 से अधिक रन बनाकर दूसरी टीम पर दबाव बनाया जाए। पिच (Chennai Pitch Report) पर अच्छा खासा टर्न देखने को मिल सकता है। इस लिए बल्लेबाजों को स्पिनर्स को संभल कर खेलना होगा।
जैसा की हमे जाना की चेपॉक की विकेट स्पिनर्स को अधिक favor करती है, इसको देखते हुए हम यह कह सकते है की चेन्नई की विकेट गेंदबाजों के लिए ज्यादा अनुकूल है।
चेन्नई की पिच पर अब तक कुल 36 टेस्ट मैच खेले गए है। जिसमे से पहले बैटिंग करने वाली टीम ने 13 मुकाबले अपने नाम किए है वही 10 मैचों में बोलिंग करने वाली टीम को जीत मिली है। इस पिच पर टेस्ट मैच में पहली पारी का औसत स्कोर 347 है। वही दूसरी पारी में इस विकेट पर यह स्कोर कम हो कर 337 हो जाता है। चेन्नई की विकेट पर तीसरी पारी में औसत स्कोर 243 रहता है वही चौथी पारी में इस पिच पर बैटिंग करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। चौथी पारी में इस विकेट का औसत स्कोर 154 रन है।
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